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धातु और अधातु किसे कहते हैं? परिभाषा, उदाहरण, उपयोग, अंतर

धातु किसे कहते हैं?

वे तत्त्व जो आसानी से धनायन बनाते हैं और अन्य धातु के परमाणु के साथ क्रिया करके धात्विक बन्ध बनाते हैं ‘धातु’ कहलाते हैं. धातु एक खनिज पदार्थ है, जो हमें प्रकृति में अयस्क (ore) के रूप में मिलती है।

उदाहरण – तांबा, एल्यूमीनियम, लोहा, सोना, चांदी, टाइटेनियम, यूरेनियम आदि।

धातु के उपयोग :-

इसका उपयोग इंजीनियरिंग कार्यों (engineering works) में जैसे:- भवन निर्माण कार्य, वाहन, कृषि यन्त्र, मशीनें (machines), वायुयान, पुलों के ढाँचे, समुद्री जहाज, विद्युतीय तथा यान्त्रिक उपकरण (machanical equipment), इंजीनियरी-औजार आदि। में किया जाता है।

धातु के गुण :-

  • यह सामान्य तापमान या कमरे के तापमान (room temperature) पर ठोस होते हैं।
  •  यह अपारदर्शक ( opaque) होते हैं, अर्थात् इनके आर-पार नहीं देखा जा सकता है।
  • यह ऊष्मा और विद्युत की सुचालक होती हैं।
  • धातुएँ (metals) गर्म होने पर फैलती हैं, तथा ठण्डा होने पर सिकुड़ती हैं।
  • इन धातुओं की पॉलिश की गई सतहें परावर्तक (reflective) होती हैं।

अधातु किसे कहते हैं?

ऐसा तत्व जो चमकीला और अघातवर्ध्य नहीं होता तथा ताप और विद्युत् का कुचालक होता है ‘अधातु’ कहलाता है।

उदाहरण – हाइड्रोजन (H2), ऑक्सीजन (O2), आयोडीन (I2), कार्बन (C), इत्यादि सभी अधातु हैं ।

अधातु के उपयोग :-

  • क्लोरीन का उपयोग कीटाणुओं को नष्ट करने में किया जाता है।
  • सल्फर का उपयोग सल्फ्यूरिक अम्ल बनाने में किया जाता है।
  • सिल्वर नाइट्रेट का उपयोग फोटोग्राफी में किया जाता है।
  • नाइट्रिक अम्ल का उपयोग नाइट्रेट अम्ल बनाने में किया जाता है।
  • कुछ अधातु का उपयोग आभूषणों के रूप में भी किया जाता है। जैसे :- हीरा

अधातु के गुण

  • यह कमरे के तापमान (room temperature) पर ठोस, द्रव व गैस अवस्था में पाई जाती हैं।
  • यह विद्युत तथा ऊष्मा की कुचालक होती है।
  • यह ठोस अवस्था में भंगुर (brittle) तथा चमकहीन (Non-luminus) होती हैं।
  • इनका घनत्व कम होता है।
  • इनका कथनांक तथा गलनांक काफी कम होता है।
  • यह अतन्य होती है, अर्थात् इनको तार (wire) के रूप में नहीं खींचा जा सकता है।

धातु और अधातु में अंतर क्या है?

                                 धातु                                   अधातु
धातु ऊष्मा और विद्युत के सुचालक होते हैं अधातु ऊष्मा और विद्युत के कुचालक होते हैं
धातु चमकीले होते है। अधातु चमकीले नहीं होते।
धातु में आघातवर्धनीय और तन्यता का गुण होता है। अधातु भंगुर होते हैं।
धातु कठोर और मजबूत होते है। अधातु कठोर और मजबूत नहीं होते।
धातुओं का घनत्व अधिक होता है। अधातुओं का घनत्व कम होता है।
धातु रासायनिक क्रिया के दौरान इलेक्ट्रॉन त्याग कर धनायन बनाते है। अधातु रासायनिक क्रिया के दौरान इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर ऋणायन बनाते है।
धातु क्षारीय ऑक्साइड बनाते हैं। अधातु अम्लीय या उदासीन ऑक्साइड बनाते हैं।
धातु सामान्यतः ठोस अवस्था में होते है। (पारा के अलावा) अधातु कमरे के तापमान के अनुसार ठोस, द्रव और गैस तीनों अवस्था में हो सकते हैं।
धातुओं को पॉलिश किया जा सकता है। अधातुओं को पॉलिश नहीं किया जा सकता।
धातु के उदाहरण: तांबा, एल्यूमीनियम, लोहा, सोना, चांदी, टाइटेनियम, यूरेनियम आदि। अधातु के उदाहरण: हाइड्रोजन, कार्बन, नाइट्रोजन, आयोडीन, सल्फर आदि।

 

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