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मल्टीमीटर क्या है? – परिभाषा, प्रकार, उपयोग

मल्टीमीटर क्या है?

परिभाषा :- मल्टीमीटर एक बहुआयामी विद्युत मापक यंत्र है। इसका मुख्य कार्य एक विद्युत संकेत की विशेषताओं को मापना है।

जैसे की डायोड,रेसिस्टर,मॉस्फेट,ट्रांजिस्टर,अदि इसके साथ यह Ac और Dc करंट को भी माप सकता है। मल्टीमीटर भी एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसको चलने के लिए भी वोल्टेज की जरुरत पड़ती है. जैसे की यह 5V से लेकर 12V तक वोल्टेज लेता है चलने के लिए। इसकी आउटपुट को देखने के लिए इसमे एक प्रकार का डिस्प्ले भी लगा होता है जो की एक डिजिटल मल्टीमीटर कहलाता है।

मल्टीमीटर कितने प्रकार के होते हैं?

मल्टीमीटर दो प्रकार के होते है जैसे की :-

  1. डिजिटल मल्टीमीटर (Digital Multimeter)
  2. एनालॉग मल्टीमीटर (Analog Multimeter)

 1. डिजिटल मल्टीमीटर (Digital Multimeter)

डिजिटल मल्टीमीटर एक आदुनिक टेक्नोलॉजी है इसका प्रयोग एनालॉग मल्टीमीटर से ज्यादा होता है क्यूंकि यह एक साथ बहुत सरे काम कर देता है। इसमे एक सेवन सेगमेंट डिस्प्ले का उपयोग होता है जिसमे सभी प्रकार की आउटपुट दिखती है।

डिजिटल मल्टीमीटर के लाभ :-

  • अधिकतम संभव माप सटीकता।
  • स्वचालित ध्रुवता का पता लगाना: यदि जांच गलत तरीके से जुड़ी हुई है, तो स्क्रीन पर ऋण चिन्ह के साथ सही मान दिखाई देते हैं।
  • मापने की श्रेणियों के स्वचालित और मैन्युअल चयन की संभावना।
  • बहुक्रियाशीलता।
  • अनिवार्य शून्य समायोजन की आवश्यकता नहीं है।
  • मीटर रीडिंग की सटीकता बैटरी चार्ज पर निर्भर नहीं करती है।
  • यांत्रिक क्षति का प्रतिरोध।
  • माप परिणामों को स्मृति में रिकॉर्ड करने और एक पीसी के साथ सिंक्रनाइज़ करने की क्षमता।

2. एनालॉग मल्टीमीटर (Analog Multimeter)

एनालॉग मल्टीमीटर एक स्थायी चुंबक मूविंग कॉइल (PMMC) मीटर-प्रकार मापने वाला उपकरण है। यह डी’आर्सोनवल गैल्वेनोमीटर के सिद्धांत पर काम करता है। एनालॉग मल्टीमीटर में एक एनालॉग डिस्प्ले होता है जो माप के स्तर को इंगित करने के लिए पैमाने पर सूचक के विक्षेपण का उपयोग करता है।

एनालॉग मल्टीमीटर का कार्य करना :-

एनालॉग मल्टीमीटर एक पीएमएमसी प्रकार का उपकरण है, इसलिए जब इसके कॉइल के माध्यम से करंट पास किया जाता है, तो कॉइल स्थायी चुंबक द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र में चलती है। कॉइल के साथ एक पॉइंटर जुड़ा होता है। जब कॉइल में करंट प्रवाहित होता है, तो एक डिफ्लेक्टिंग टॉर्क कॉइल पर काम करता है जो इसे एक कोण से घुमाएगा, इसलिए पॉइंटर एक स्केल पर चलता है। नियंत्रण बलाघूर्ण प्रदान करने के लिए स्पिंडल से हेयरस्प्रिंग्स की एक जोड़ी जुड़ी हुई है।

एनालॉग मल्टीमीटर मापने की मात्रा :-

एक विशिष्ट एनालॉग मल्टीमीटर निम्नलिखित विद्युत मात्राओं को माप सकता है –

  • दिष्ट विद्युत धारा का वोल्टेज (DC Voltage)
  • एसी वोल्टेज (AC Voltage)
  • दिष्ट विद्युत धारा (DC Current)
  • प्रतिरोध (Resistance)

एनालॉग मल्टीमीटर के लाभ :-

  • यह लगातार रीडिंग देता है, इस प्रकार सिग्नल में अचानक बदलाव का पता लगाया जा सकता है जो डिजिटल मल्टीमीटर के साथ संभव नहीं है।
  • एनालॉग मल्टीमीटर बहुत सस्ते होते हैं।
  • सभी माप केवल एक मीटर का उपयोग करके किए जा सकते हैं।

एनालॉग मल्टीमीटर के नुकसान :-

  • वे भारी और बड़े आकार के होते हैं।
  • एकाधिक पैमाने, ये भ्रम पैदा कर सकते हैं।
  • कम इनपुट प्रतिरोध।
  • डिजिटल मल्टीमीटर से कम सटीक।

मल्टीमीटर के मुख्य कार्य हैं

  • प्रत्यक्ष धारा(DC) और प्रत्यावर्ती धारा(AC) के वोल्टेज को मापना,
  • प्रत्यक्ष और वैकल्पिक धारा का मापन,
  • प्रतिरोध, विद्युत समाई और अधिष्ठापन का मापन,

मल्टीमीटर का उपयोग कैसे करें

दो प्रकार के मल्टीमीटर मार्किट में उपलब्ध हैं एक है बेसिक डिजिटल मल्टीमीटर और एडवांस्ड डिजिटल मल्टीमीटर । बेसिक डिजिटल मल्टीमीटर में आपको फीचर्स कम मिलेगें लेकिन हमारा काम हो जाता है और कोई भी दिक्कत नहीं है जबकि एडवांस्ड डिजिटल मल्टीमीटर में आपको और भी फीचर्स देखने को मिल जायेंगे जो कि इलेक्ट्रॉनिक में काम करने वाले लोगों को इसकी जरूरत बहुत पड़ती है । आज हम इस आर्टिकल मेंं साधारण डिजिटल मल्टीमीटर के बारे में बात करेंगे ।

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